Panna Dai (Dai/Dhai means a maid) story of supreme sacrifice and loyalty.
Introduction
Panna Dhai (also spelled as Dai) was a nursemaid to Udai Singh II, the fourth son of Maharana Sangram Singh, in the 16th-century.
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The name Panna in Hindi means ’emerald’ (precious stone), and dai / dhai means a nurse in the Hindi language.
Panna Dhai was given charge of looking after young Udai Singh. She also had her own son named Chandan (also known as Moti) who was of similar age and Udai’s playmate.
When Udai Singh was attacked by his uncle Bhanvir, Panna Dai sacrificed the life of her own son Chandan in order to save the life of Udai Singh.
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Hindi Project
धाय माँ पन्ना का चरित्र चित्रण कीजिये तथा उनके बारे में बताइये की वह कौन थी, उनका क्या काम था? साथ ही उनके विशेषताओं को विस्तार पूर्वक वर्णन कीजिये।
विशेषताएँ – स्वामी भक्त, देश भक्त, ममता माई, त्यागी, कर्त्तव्यनिष्ट, बुद्धिमती, दूरदर्शी
Answer:
मेवाड़ के इतिहास में काफी राजपूत महिलाओ के नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है | लोग उन्हें उनकी देश-भक्ति, साहस और बलिदान के लिए आज भी याद करते है ! इन्ही महान महिलाओ में एक नाम पन्ना धाय का भी है | पन्ना धाय ने राज्य के भविष्य सुरक्षित करने के लिए राजा के पुत्र को बचाकर अपने ही पुत्र की बलिदान दे दी |
पन्ना धाय किसी राज परिवार की सदस्य नहीं थी, वे सिर्फ रानी कर्णावती के यहाँ पर धाय का काम करती थी | रानी कर्णावती राज्य के काम काज में व्यस्थ होने के कारण अपने पुत्र सिंह उदय सिंह को समय नहीं दे पाती थी | इस लिए उन्होंने अपने पुत्र उदय सिंह की देख भल करने का काम पन्ना को दिया था | क्यों की पन्ना राणा उदय सिंह की धाय माँ थी सभी उसे पन्ना धाय के नाम से पुकारने लगे और वह इसी नाम से जानी जाती थी |
मेवरह के इतिहास में सहस और बलिदान की काफी मिसालें है पर ऐसा मिसाल शायद ही कोई हो जहा पर एक माँ ने किसी और के बच्चे को बचाने के लिए अपने ही बच्चे की बलिदान दे दी | पन्ना को अपना पुत्र चन्दन बहुत प्रिय था और उसके जीवन जीना का एक बड़ा उद्देश्य था | पर उदय सिंह मेवाड़ का भविष्य था | पन्ना ने अपने जीवन जीना का उद्देश्य – चन्दन, और मेवाड़ के भविष्य – उदय सिंह के बीच में मेवाड़ को चुना |
पन्ना धाय इसलिए पूजनीय है क्योकि वे एक साधारण नागरिक होने के बावजूद उन्होंने अपने राज्य के बारे में सोचा अरे राज्य के तरफ अपनी कर्त्तव्य के लिए अपने पुत्र की बलिदान दे दी | मेवाड़ के इतिहास में जिस गौरव के साथ महा राणा प्रताप को याद किया जाता है, उसी गौरव के साथ पन्ना धाय का भी नाम लिया जाता है और आगे भी लिया जायेगा |
References
Panna Dai
https://en.wikipedia.org/wiki/Panna_Dai
Panna Dai – A Mother who sacrificed her own son for Mewar
https://www.askingminds.com/panna-dai/
Pannadhai | Historical Hindi Film
https://www.youtube.com/watch?v=wo9pdbCiO3c
Panna Dhai – Symbol of Extraordinary Loyalty and Sacrifice
https://www.studymumbai.com/panna-dai/
Panna Dhai’s sacrifice – History of Royal Women
https://www.historyofroyalwomen.com/india/panna-dhais-sacrifice/
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